Fastag टोल प्लाजा पर पूरी तरह फास्टैग लागू करना दूरी की कौड़ी है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद 14 फीसदी वाहनों में ही Fastag लग सके हैं। विभिन्न टोल प्लाजा पर Fastag खरीददारों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। अभी तक सभी टोल प्लाजा की लेनों को फास्टैग युक्त नहीं बनाया जा सका है। अचानक भीड़ बढ़ने के कारण कई जगह सर्वर काम नहीं कर रहा होता, जिससे फास्टैग से टोल टैक्स का भुगतान नहीं पा रहा है।
Fastag Last date 15 Dec , टोल प्जाला पर पूरी तरह लागू होना दूर की कौड़ी ?
केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा कि अब तक 70 लाख से ज्यादा फास्टैग जारी किए गए. मंगलवार को सबसे ज्यादा 1,35,583 टैग की बिक्री हुई. यह एक दिन में बिक्री का सर्वाधिक उच्च स्तर है.
राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह (NETC) कार्यक्रम को देशभर में लागू किया गया ताकि बाधाओं को खत्म करके यातायात को सुगम और शुल्क संग्रह को आसान बनाया जा सके. यह सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की प्रमुख पहल है.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘आज की तारीख तक 70 लाख से ज्यादा फास्टैग जारी किए गए हैं. 26 नवबंर 2019 (मंगलवार) को एक दिन में सबसे ज्यादा 1,35,583 टैग जारी किए गए. इससे पहले एक दिन से सबसे ज्यादा 1.03 लाख टैग जारी किए गए थे.
Fastag Last date 15 Dec अगले दो साल में एनएचएआई का टोल राजस्व 30 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच जाने का अनुमान है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की प्रमुख पहल राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक पथकर संग्रह (एनईटीसी) के तहत एक दिसंबर से टोल भुगतान गेट से केवल फास्टैग के जरिये ही भुगतान होगा। जिन वाहनों में फास्टैग नहीं लगा होगा उन्हें फास्टैग वाहनों के लिए बनी लेन से निकलने पर दोगुनी राशि चुकानी होगी। हालांकि, टोल प्लाजा पर एक लेन ऐसी भी होगी, जहां बिना-टैग वाले वाहनों से सामान्य तरीके से ही टोल ही वसूला जाएगा।
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गडकरी ने कहा कि अगले पांच साल में एनएचएआई की सालाना आय बढ़कर एक लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाने की उम्मीद है। अगले दो साल में एनएचएआई का टोल राजस्व 30 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच जाने का अनुमान है। मंत्री ने कहा कि एनएचएआई के समक्ष किसी तरह की वित्तीय समस्या नहीं है और राजमार्गों के तीसरे आवंटन में बुधवार को 5,011 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई है। क्यूबे हाईवे इसमें विजेता बनकर उभरी है। राजमार्ग निर्माण के लिए यह आवंटन टोल, ऑपरेट, ट्रांसफर (टीओटी) आधार पर हुआ है।
Fastag 15 दिसंबर के बाद एनएचएआई फास्टैग के लिए राशि लेगा।
गडकरी ने कहा कि देशभर के राष्ट्रीय राजमार्गों पर 537 टोल प्लाजा पर बिना फास्टैग के वाहनों के फास्टैग वाली लेन से गुजरने पर एक दिसंबर से दोगुना शुल्क देना होगा। फास्टैग सुविधा के तहत वाहनों पर एक इलेक्ट्रॉनिक तरह से पढ़ा जाने वाला टैग लगा दिया जाता है। इसके बाद वाहन जब किसी टोल प्लाजा से गुजरता है , तो वहां लगी मशीन उस टैग के जरिये इलेक्ट्रॉनिक तरीके से शुल्क वसूल कर लेती है। इससे वाहनों को टोल गेट पर रुक कर नगद भुगतान नहीं करना होता।
Fastag को लोकप्रिय बनाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) एक दिसंबर तक इसे नि:शुल्क वितरित कर रही है। हालांकि फास्टैग को वाहन चालक को अपनी जरूरत के मुताबिक चार्ज कराना होगा ताकि टोल प्लाजा से निकलते समय उससे टोल राशि का भुगतान पूरा किया जा सके। 15 दिसंबर के बाद एनएचएआई फास्टैग के लिए राशि लेगा।
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि यदि आपके पास फास्टैग नहीं है तो एक ही टोल बूथ से दो बार निकल रहे हैं तो दो बार शुल्क चुकाना होगा। क्योंकि आने वाली 15 दिसंबर से कारों पर फास्टैग लगाना अनिवार्य हो जाएगा।
जी हां, यह बिल्कुल सच है। दरअसल, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने घोषणा की थी कि फास्टैग 15 दिसंबर (पहले की समय सीमा 1 दिसंबर थी) से सभी वाहनों, निजी और वाणिज्यिक के लिए अनिवार्य होगा। इसलिए, यदि आप भी FASTag लेने जा रहे हैं, तो यहां इस रिपोर्ट में वह सबकुछ है जो आपको जानना चाहिए।
80 लाख वाहनों में टैग लगे
मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार 28 नवंबर तक 80 लाख वाहनों में फास्टैग लग पाए हैं। यह संख्या एक करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। इस प्रकार अभी तक सिर्फ 14 फीसदी वाहनों में फास्टैग लग पाए हैं। शेष छह करोड़ वाहनों में टैग लगाने बाकी हैं।
आईएचएमसीएल (इंडियन हाईवे मैनेजमेंट कंपनी) कंपनी का सर्वर डाउन
पिछले कुछ दिनों से अचानक फास्टैग की बिक्री बढ़ाने से संबंधित सरकारी कंपनी आईएचएमसीएल (इंडियन हाईवे मैनेजमेंट कंपनी) का सर्वर डाउन चल रहा है। अधिकारी ने बताया कि नियमत: प्लाजा पर फास्टैग से टोल का भुगतान नहीं हो पा रहा है। यदि फास्टैग से भुगतान नहीं हो पा रहा तो टोल कंपनी को वाहन से टैक्स लेने का अधिकार नहीं है। उसे वाहन को बिना टोल लिए जाने देना होगा।